मैं आभा सक्सेना रामपुर उत्तर प्रदेश की मूल निवासी हूँ। हिंदी पठन-पाठन में मेरी रुचि प्रारंभ से ही रही है। एम•ए•हिंदी से करने के उपरांत मैंने बीएड किया एवं अध्यापन कार्य में अग्रसर हो गई। रामपुर से निकलने वाली मासिक पत्रिका “लोक उजागर” का भी संपादन कुछ समय किया तथा अवसर मिलने पर रामपुर आकाशवाणी से भी रचनाओं के माध्यम से जुड़ी रही। सेवानिवृत्त होने के उपरांत सन 2016 में मैंने अपनी कविताओं को फेसबुक पर बने पेज
“आभा कमल” में संग्रहित करना आरंभ कर दिया। अब मेरी सभी रचनाएं उस पेज पर उपलब्ध है। मेरी कामना है कि माँ सरस्वती के आशीर्वाद एवं अपनी लेखनी की सहायता से, हिन्दी भाषा की सेवा करती रहूँ।