1954 को आगरा में जन्मे सत्येन्द्र कुमार रघुवंशी ने अङ्ग्रेज़ी में एम.ए. करने के पश्चात कुछ वर्ष अध्यापन किया और उसके बाद वे प्रशासकीय सेवा में आ गए। उत्तर प्रदेश शासन के गृह सचिव व उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा अधिकरण में कार्यरत रहने के उपरांत 2019 में वे सेवानिवृत हुए।
पिछले पाँच दशकों में लगभग सभी महत्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कविताओं आदि का प्रकाशन होता रहा है। इनकी प्रकाशित पुस्तकें हैं -
'लहू के प्यासे' - बाल उपन्यास (1971)
'शब्दों के शीशम पर' - कविता संग्रह (1987)
'कितनी दूर और चलने पर'- कविता संग्रह (2016)
दो कविता-संग्रह शीघ्र प्रकाश्य हैं।