सियारामशरण गुप्त का जन्म 4 सितंबर 1895 को झांसी के समीप चिरगांव में हुआ था। ये प्रसिद्ध कवि मैथिलीशरण गुप्त के छोटे भाई थे। इन्होंने कविताओं के अलावा कहानियाँ, उपन्यास और नाटक भी लिखे हैं। इनकी रचनाओं में गांधीवाद का प्रभाव देखा जा सकता है।
इन्हें 1941 में नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी द्वारा 'सुधाकर पदक' सम्मान दिया गया और 1962 में 'सरस्वती हीरक जयंती' के अवसर पर साहित्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
29 मार्च 1963 को इनका देहावसान हो गया।
इनकी प्रमुख रचनाएँ हैं -
खण्ड काव्य- अनाथ, आर्द्रा, विषाद, दूर्वा दल, बापू, सुनन्दा और गोपिका।
कहानी संग्रह- मानुषी
नाटक- पुण्य पर्व
अनुवाद- गीता संवाद
कविता संग्रह- अनुरूपा तथा अमृत पुत्र
काव्यग्रन्थ- दैनिकी नकुल, नोआखली में, जय हिन्द, पाथेय, मृण्मयी तथा आत्मोत्सर्ग
उपन्यास- अन्तिम आकांक्षा तथा नारी और गोद
निबन्ध संग्रह- झूठ-सच
पद्यानुवाद- ईशोपनिषद, धम्मपद और भगवद गीता